IRCTC टिकट बुकिंग के समय कैप्चा कोड क्यों डलवाता है, अगर नहीं पता है तो जान लीजिए।
सबसे पहले यह जानते है की कैप्चा कोड होता क्या है?
कैप्चा कोड एक Security कोड के जैसा ही होता है जो आपको लगभग हर वेबसाइट में दिया जाता है। यह मनुष्यों और कम्प्यूटर को अलग - अलग बताने के लिए दिया जाता है। इससे समझा जाता है कि इस वेबसाइट पर काम मनुष्य ही कर रहा है कंप्यूटर नहीं , क्योंकि यह कैप्चा मनुष्य ही डाल सकता है कंप्यूटर ऑटोमेटिक नहीं कर सकता है। यह कभी लेटर में कभी इमेज में और कभी ऑडियो में भी मिलता है।
यह इसलिये बनाया गया है जिससे spam को रोका जा सके और बहुत सारे वेबसाइट ऐसे है जो ऑटोमेटिक सबमिट हो जाते है उन सब को रोकने के लिए इसे बनाया गया। क्योंकि बहुत सारे ऐसे वेबसाइट है जिसे बिना किसी यूज़र के ही ऑटोमेटिक उसे हो जाते है।
आइये अब जानते है इसे IRCTC को जरूरी क्यों पड़ी।
अगर आप कभी IRCTC के द्वारा तत्काल टिकट बुकिंग करते समय गौर करेंगे तो पाएंगे कि बुकिंग करते समय जो भी कैप्चा आता है उसे समझना मुश्किल होता है और जैसे ही तत्काल की टाइम ख़त्म होती है कैप्चा कोडा थोड़ा आसान आने लगता है। यह इसलिए होता है क्योंकि एक बार कुछ दलालों ने गुजरात मेल ट्रेन के पूरा टिकट 20 सेकंड में बेच दिए और काउंटर में पर खेड़े यात्री को वेटिंग टिकट मिलने लगी। जब रेलवे ने इसकी पूरी जांच की तो पता चला IRCTC के ही वेबसाइट से यह सारी टिकट बुक की गयी।
तब से ही IRCTC ने इस तरह के कैप्चा कोड का यूज़ करने लगी। ताकि टिकट बुक करने से पहले लॉग इन करने के लिए इन कैप्चा कोड को समझेगा तभी टिकट बुक कर पायेगा।
तो अब आप जान गए होंगे की IRCTC कैप्चा कोड क्यों डलवाता है।
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