जब भी आप ट्रेन से सफर करते होंगे तो आपने देखा होगा की कभी - कभी ट्रेन को स्टेशन पहुँचने से पहले कुछ दूरी पर रोक दिया जाता है। स्टेशन पहुँचने से पहले ट्रेन को कभी - कभी होम सिग्नल के कारण रोका जाता है आइये जानते है होम सिग्नल किसे कहते है और यह काम कैसे करता है।
ट्रेन को स्टेशन पहुँचने से पहले होम सिग्नल के कारण रोका जाता है क्योंकि होम सिग्नल (Home Signal) से उसे आगे बढ़ने की सिग्नल (Signal) नहीं मिलती है। जब ट्रेन स्टेशन को छोड़ देती है तब वह ऑटोमेटिक सिग्नल (Automatic Signal) के अनुसार चलती है लेकिन जब ट्रेन स्टेशन के पास पहुँचती है तब वह होम सिग्नल (Home Signal) के अनुसार चलती है क्योंकि ट्रेन को स्टेशन में जाने का अनुमति है या नहीं यह होम सिग्नल ही तय करती है और इस होम सिग्नल को स्टेशन मास्टर (Station Master) कन्ट्रोल करती है।
जब ट्रेन स्टेशन से पहले रहती है तो वंहा 1 या 2 ट्रैक्स होते है लेकिन जब ट्रेन किसी स्टेशन के पास या पहुचंने वाली होती है तब ट्रैक्स उस स्टेशन के प्लेटफॉर्म (Plateform) के हिसाब से 2 , 3 , 4 , 5 या इससे अधिक में बट जाती है।
ट्रेन को किस रुट (Route) से होकर किस प्लेटफॉर्म (Plateform) में जाना है जिसे तय करने के लिए होम सिग्नल बनाया गया है। होम सिग्नल को कंट्रोल (Control) स्टेशन मास्टर करता है।
ऑटोमेटिक सिग्नल , ट्रेन के चलने के अनुसार अपने Espect को चेंज करती हैं। लेकिन होम सिग्नल को मैन्युअली कन्ट्रोल (Manually Control) किया जाता है।
होम सिग्नल में लगे हुए लाइट की जानकारी -
जैसा की आप सब को पता होगा किसी भी सिग्नल में 3 तरह के Red , Green , Yellow लाइट रहती है लेकिन होम सिग्नल में 4 तरह की लाइट रहती है। होम सिग्नल में इन तरह के लाइट के अलावे एक White कलर की लाइट लगी होती है। यह White लाइट रुट इंडिकेटर की लाइट होती है।
होम सिग्नल में Red Light जलने का मतलब है ट्रेन को उस होम सिग्नल से पहले रुकना है क्योंकि उस समय कोई भी प्लेटफॉर्म उस ट्रेन के लिए खाली नहीं है।
Green Light जलने का मतलब है ट्रेन मेन लाइन (Main Line) से होते हुए अपने फुल स्पीड (Full Speed) में जा सकती है।
Yellow Light जलने का मतलब होता है ट्रेन को मेन लाइन से स्पीड को कम रखते हुए आगे बढ़ना है या प्लेटफॉर्म पर जाना होता है।
White Light or Yellow Light हमेशा एक साथ जलाया जाता है। White Light इंडिकेटर (Indicator) का लाइट होता है जो साइड में लगा होता है। इंडिकेटर के White Light यह बताती है कि ट्रेनों को किस रुट से किस प्लेटफॉर्म पर जाना है। इंडिकेटर के White लाइट के साथ Yellow Light जलाया जाता है क्योंकि Yellow लाइट का मतलब होता है ट्रेन की स्पीड को कम रखना है। स्टेशन मास्टर जब इंडिकेटर के लाइट को जलाता है तो रुट (Route) ऑटोमेटिक सेट हो जाते है की किस लाइन से होकर ट्रेन को जाना है।
जंहा रुट लाइन , चेंज (Change) करने की जरूरत नहीं होती है वंहा होम सिग्नल बिना इंडिकेटर के भी होते है।
तो अब आप जान गए होंगे की रेलवे के होम सिग्नल किसे कहते है और यह काम कैसे करता है।
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